गलिन गलिन मा फुक्का डोलै-LYRICS IN HINDI-स्वर तुलसीदास- सरेली वालें
Note- इसको बनाने वालों के बारे में जाने
टाइटल नाम = गलिन् गलिन मैं फुक्का रे डोलयी
गायक = तुलसीदास
कंपीराईट्स = Madhave Studio Mainpuri
लेबल = ॐ प्रकाश भईया
रिकॉर्डिंग = Madhave Studio Mainpuri
अल्बम = गलिन् गलिन मैं फुक्का रे डोलयी
राइटर = तुलसीदास
प्रॉडक्सर = तुलसीदास
डायरेक्टर = तुलसीदास
संपर्क मो0 =
व्हाट्सप्प =
follow us = तुलसीदास
लिरिक्स = तुलसीदास
Music ऑन = तुलसीदास
नोट - 2:- लिरिक्स पड़ने से पहले ये जान लो:-
जो या जितना शब्द लिखा हुआ इस वाले ( )ब्रेकेट के अंदर है वो शब्द गायक ने बिना गाये हुए बोले है जैसे की बिना स्वर ताल लगाए एक गद्द की तरह जैसे बताते है जो शब्द " " के अंदर लिखे है वो वाले शब्द गायक ने साथ साजिया ने बोले है जैसे गायक के साथ बजाने वाले ढोलकिया हो सकता है चिमटा वादक हो सकता है घड़ा मास्टर हो सकता है और कोई को र स पर कोई हो सकता है पड़ने से पहले कृपया समझने के लिए नोट जरूर पड़े धन्यवाद
जो या जितना शब्द लिखा हुआ इस वाले ( )ब्रेकेट के अंदर है वो शब्द गायक ने बिना गाये हुए बोले है जैसे की बिना स्वर ताल लगाए एक गद्द की तरह जैसे बताते है जो शब्द " " के अंदर लिखे है वो वाले शब्द गायक ने साथ साजिया ने बोले है जैसे गायक के साथ बजाने वाले ढोलकिया हो सकता है चिमटा वादक हो सकता है घड़ा मास्टर हो सकता है और कोई को र स पर कोई हो सकता है पड़ने से पहले कृपया समझने के लिए नोट जरूर पड़े धन्यवाद
गलिन गलिन मा फुक्का डोलै -स्वर -तुलसीदास- सरेली वालें -लिरिक्स हिंदी में
भाँग धतूरे गँजरा नसा पन ते हेत
ए सब नरक में जाँएगे नाती पूत समेंट
नसा पान से जो लेते सीख
उनके बच्चे मांगयी भीख
नसा नाश की जड़ है पवन
देखाओं भईया अति दुख दायी
अगर चाहते हो सुख से जीना
तो नसा कभी मत करना
जिसको हुआ नसे से प्यार
उसने फूंक दिया घरवार
(में आप लोगों से यही गुज़ारिश करता हूँ आप लोग नसे से सावधान रहे )
अरे गलिन् गलिन मैं फुक्का रे डोलयी
अरु डारे जुल्फियन तेल कहांई एक बींडी दै देऊ
कहांई एक बींडी दै देऊ
कहांई एक बींडी दै देऊ
कहत ता शर्म नाई आयी
कहांई एक बींडी दै अरे
अरे गलिन गलिन मैं फुक्का रे डोलई
गलिन गलिन मैं फुक्का रे डोलई
कहांई एक बींडी दै अरे
(भईया एक बींडी देते एक बींडी देते एक बींडी जरा देते "हट")
कहांई एक बीन्ढ़ी दै देऊ
कहत ता शर्म नाई आयी
कहांई एक बींडी दै देऊ
अरे पेंट पाहिर के घढ़ी बांधी लयी जाये रहे देहरादून
पेंट पाहिर के घढ़ी बांधी लयी जाये रहे देहरादून
कोई मुसफिर् मिलाई रहा मै
कोई मुसफिर् मिलाई रहा मै
हांथ पसारे कहायी हमई
एक बीन्ढ़ी दै देऊ
(ए भईया ए भईया जरा एक बीन्ढ़ी देते भईया )
कहांई एक बीन्ढ़ी दै देऊ
कहांई एक बीन्ढ़ी दै देऊ
कहात शर्म नाई आयी
कहायी एक बीन्ढ़ी दै देऊ
अरे ग लिन् गलिन मै फुक्का डोलयी
गलिन मै फुक्का डोलई डारे जुल्फियन तेल
कहँई एक बीन्ढ़ी दै देऊ
(ए भईया जरा एक बीन्ढ़ी देते एक दै देऊ भईया एक देते )
कहात शर्मा नाई आयी
कहांई एक बीन्ढ़ी दै देऊ
अरे एक रुपये की सीक्रेट लई लयी लयी जेब मा डारी
एक रुपये की सीक्रेट लई लयी लयी जेब मा डारी
कोई मुसाफिर मिलई रहा मै
कोई मुसाफिर मिलई रहा मै
हांथ पसारे कहांई हमई नेक माचिस दै देऊ
(ए भईया ए भईया एक माचिस देते एक देदो माचिस देदो )
कहांई नेक माचिस दै देऊ
कहांई नेक माचिस दै देऊ
कहात शर्म नाई आयी
कहायी नेक माचिस दै देऊ
अरे गलिन गलिन मै फुक्का डोलई
गलिन गलिन मै फुक्का डोलई
डारे जुलुफियन तेल
कहाई नेक माचिस दै
(भईया माचिस देते जरा सीक्रेट लागयी लूँ" नहीं माचिस नहीं है मेरे पास)
कहयीं नेक माचिस दै देऊ
कहयीं नेक माचिस दै देऊ
कहाता शर्म नाई आयी
कहांईबनेक माचिस दै
(भईया
(चाहे मनुष्य कितना भी भूंखा भी हो लोगों भोजन नहीं मांगेगा लेकिन हांथ पसार पासार के बीन्ढ़ी मांगते है माचिस मागते है आगे क्या हुआ)
गोट में से पउआ निकालो पियन् लगे दोनऊ यार
गोट में से पउआ निकालो पियन् लगे दोनऊ यार
गोट में से पउआ निकालो पियन् लगे दोनऊ यार
तभें नसा किय धुन की छायी
तभें नसा किय धुन की छायी
हांथ पसारे कहाई हमई नेक आलू दै देऊ
(भईया नेक आलू देते जरा याद रहे लोगों धत तुम्हारी जय हो दारु तो पीना सेवख लिया अब इतनी नमकीन नहीं पूजती कही तो कबाब की थैली लैली कही जंजीरा की पुड़िया नहीं नहीं तो नमक की कंकड़ी हमने देखा है लोगों को पीते)
कहांई नेक आलू दै देऊ
कहांई नेक आलू दै देऊ
कहता शर्म नाई आयी
कहांई नेक आलू दै देऊ
अरे गलिन गलिन मैं फुका डोलई
गलिन गलिन मैं फुका डोलई
डारे जुल्फियन तेल कहांई नेक आलू दै देऊ
(भईया नेक आलू देते जरा)
कहांई नेक आलू दै अरे
कहांई नेक आलू दै देऊ
कहाता शर्म नाई आयी
कहँई नेक आलू दै अरे
अरे गलिन गलिन मैं फुका डोलई
गलिन गलिन मैं फुका डोलई
डारे जुल्फियन तेल
कहांई नेक आलू दै देऊ
कहांई नेक आलू दै देऊ
कहता शर्म नाई आयी
कहांई नेक आलू दै अरे
अरे पीके दारु बड़े आगे को गोड़े डगमग होय
(अब जैसे हि आगे बड़े थांय थांय के गोड़े धारे कही का कदम कहीं रहा है)
अरे पीके दारु बड़े आंगे को गोड़े डगमग होण्य
अरे तब तक आयी गयी पुलिस की गाड़ी
तब तक आयी गयी पुलिस की गाड़ी
डंडा मारे चारी कहांई नेक हमई बचायी लेउ
(भईया बचायी लेते दद्दा अरे प्रधान जी जरा बचाई लेते बचा लो अब हम कभी नहीं पिएंगे बचा ले आप जगन्नाथ भईया अरे बचा लो अच्छा है नहीं नहीं मैं बिल्कुल नहि पियूँगा )
कहांई नेकु हमई बचायी लेयू
कहांई नेकु हमई बचायी लेउ
कहा ता शर्म आयी आयी
कहँई नेकु हमई बचायी लेउ
अरे तब तक आयी गयी पुलिस की गाड़ी
तब तक आयी गयी पुलिस की गाड़ी
डंडा मारे चारी कहांई नेकु हमई बचायी लेउ
(बचायी लेते भईया लेकिन मैं कभी नहीं पियूँगा आज हमें बचायी लेउ)
कहांई नेकु हमई बचायी लेउ
कहांई नेकु हमई बचायी लेउ
कहती शर्म नाई गयी
कहांई नेकु हमई बचायी लेउ
अरे गलिन गलिन मा फुका रे डोलई
गलिन गलिन मैं फुका रे डोलई
डारे जुल्फियन तेल
कहांई नेक हमई बचायी लेउ
कहांई नेक हमई बचायी लेउ
कहात ता शर्म नाई आयी
कहई नेक हमई बचायी लेउ
कहात ता शर्म नाई आयी
कहई नेक हमई बचायी लेउ
कहई नेक हमई बचायी लेउ
कहई नेक हमई बचायी लेउ
कहे महिपाल नसा सब त्यागो जग में बनो महान
कहे महिपाल नसा सब त्यागो जग में बनो महान
अरे तुलसीदास् सरेली य वाले
तुलसीदास् सरेली य वाले
कब हुयी हई कल्यान रहे हम तुमयी बताई
रहे तुम कौ समुझाई
मानऊ कहना हामर
रहे तुम कौ समुझाई
अरे गलिन गलिन मैं फुक्का रे डोलाई
गलिन गलिन मैं फुक्का डोला
डारे जुल्फियन तेल
कहांई नेक नेक बचायी लेउ
कहांई नेक नेक बचायी लेउ
कहता शर्म नयी आयी
कहांई नेक नेक बचायी लेउ
कहता शर्म नयी आयी
कहांई नेक नेक बचायी लेउ
2- मारु का गौना - स्वर - ओम प्रकाश भईया

if you have any douts. Please coment me