ज्वारी की बाराहामासी -कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो- गायक: ओम प्रकाश भईया -Hindi lyrics
0RAGUPCAनवंबर 10, 2022
ज्वारी की बाराहामासी -कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो- गायक: ओम प्रकाश भईया
NOTE:- Intro-
ज्वारी की बाराहामासी
नोट:-(NOTE):-About this creater Details
गुरु = Falav Guru Raghunandan
टाइटल नाम = ज्वारी की बाराहामासी गायक = om prakash bhaiya कंपीराईट्स = GAUTAM STUDIO Hardoi लेबल = Goutam Studio Hardoi रिकॉर्डिंग = Goutam Studio Hardoi अल्बम = om prakash bhaiya राइटर = om prakash bhaiya प्रॉडक्सर = Goutam Studio Hardoi डायरेक्टर = om prakash bhaiya संपर्क मो0 = 8318091224 व्हाट्सप्प = 8318091224 follow us = Goutam Studio Hardoi लिरिक्स = Om prakash bhaiya Music ऑन = Goutam Studio Hardoi
नोट - 2:- लिरिक्स पड़ने से पहले ये जान लो:-
जो या जितना शब्द लिखा हुआ इस वाले ( )ब्रेकेट के अंदर है वो शब्द गायक ने बिना गाये हुए बोले है जैसे की बिना स्वर ताल लगाए एक गद्द की तरह जैसे बताते है जो शब्द " " के अंदर लिखे है वो वाले शब्द गायक ने साथ साजिया ने बोले है जैसे गायक के साथ बजाने वाले ढोलकिया हो सकता है चिमटा वादक हो सकता है घड़ा मास्टर हो सकता है और कोई को र स पर कोई हो सकता है पड़ने से पहले कृपया समझने के लिए नोट जरूर पड़े धन्यवाद
ज्वारी की बाराहामासी -कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो- गायक: ओम प्रकाश भईया
आईये सुपर कैसेट्स के द्वारा सुनते है ज्वारी पिया की बाराहमासी
सुन लो ध्यान लगायी
सुन लो ध्यान लगायी बंद कर दीजिए सब हांसी
और जूँ आ सट्टे वजों की ये है बाराहमासी
जूँ आ सब कर्म कराता है
चोरा और डकैती ये सब जूँ आ सिखाता है
रोय रही ज्वारी की नारी
रोय रही ज्वारी की नारी
अरे जाईयों सत्यनाश पाप तैने पथ्थर सै मारी
करी मेरी सब बिधि ख्वारी है
करी मेरी सब बिधि ख्वारी हई
कैसे कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"कैसे कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
कैसे कैसे जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै"
असाड़ महीना लगो करायीं सब अरे खेती अउ बारी
जौ दिन भर बैठो रहई जूँ आ मै मती गयी है मारी
ना घर मै दिन दिन भरी आवय
ना घर मै दिन दिन भरी आवय
अउ रहई जूँ आ मै मस्त ना रोटी दुई दुई दिन खाबई
पास जाके रही ना पायी हई
आउ दीना बात की मोमय् मार लगायी हई
और हई लान्खऊ गारी है
और दई ला खयूँ गारी है
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै"
(ए भईया बड़े भईया कहना पड़ा क्या कहना पड़ा
"क्या कहना पड़ा")
सावन महीना लगो सलूनों अरे तीजे है आयी
पुड़ी और कचौड़ी सिमई घर घर कर वायीं
हमारे घर नहीं हि रे दानो
हमारे घर नहीं हि रे दानो
वा ने दियों पीसनों बेंची फिरी रहो दिन करो
बौरानो
रोय रहे छोरा अउर् छोरी
रोय रहे छोरा आयूर छोरी
हम पूड़ी कचौड़ी खांई सुनऊ री ओ अम्मा मोरी
भूँख हमई लागि भारी हये
भूख हमई लागि भारी वो
अरे मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै"
भादौं बरसा बिकट झुकी हये अरे बैरिनी अंधियारी
है द्वार किवाड्या नाय बेचीं जूँ आ मै गयो हारी
ना घर पै छानी उ डारी हई
ना घर पै छानी उ डारी हई
अउ निस दिन भीजत कटै प्रभु दई बिपदा भरी है
भैसी मेरे मइके से आयी
भैंसी मेरे मइके सै आयी
वा हु को आयो बेंची दिन करो मौत नाई आयी
बुरी तक़दीर हमारी हई
बुरी तक़दीर हमारी हई
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै"
क्वार कनागत लगे उठांई सब अरे नित ने बी नहायी बे
अउ दे बिपरान कौ दान की पानी पूरीखन कौ प्यावांई
ना मेरे बच्चन पै लत्ता
ना मेरे बच्चन पै लत्ता
अउ इत उत घूमत फिरायी की जैसे बौरानो कुत्ता
की अब आयी गयी रे राम लीला
की अब आयी गयी रे राम लीला
रहे दोनऊ छोरा रोय रही मेला कौ शीला
इस कदर की लाचारी हये
इस कदर की लाचारी हये
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै"
(ए भईया कहना पड़ा "क्या कहना पड़ा")
कातिकू महीना लगो जूँ आ को अरे जोड़ बड़ो भारी
घर घर मै खुशी अपार दीवारी हम कौ हत्यारी
की हमकऊ दुख भयो भारी
की हमकऊ दुख्ख भयो भारी
जा ने दईया पतीली बेंची बेंची दियों लोटा अउर् थारी
मिलाई तारे की तारी
मिलायी तारे की तारी
सब जेवर लियो निकार करधनी पहुचा ठगवायी
बेंची सब जूँ आ मै हारी हये
अरे बेंची सब जूँ आ मै हारी हये
और कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
"मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी पै
मेरो कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी "
(जब अगाहन का महीना लगा तो कहना पड़ा "क्या कहना पड़ा")
अगाहन महीना लगो खेली रहो जूँ आ और सट्टा
अगहन महीना लगो खेली रहो जूँ आ और सट्टा
दस बीघा जमीन बा उ कौ करवाय दौ पट्टा
रूपईया 5000 लायो
रुपईया 5000 लायो
जाने करी न तनिक बिलम्ब दाऊं पै सिगरे रखी आयो
बेंची दौ पीतल को हुक्का
अरे बेंची दियों पीतल को हुक्का
और
के कुछभी रहो ना पास रही गयो जहु कोरों फुक्का
की लड़की फिरई कुंवारी अरे
लौडिया फिरई कुंवारी हये
अरे कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी हये
" मेरो कसो जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी है
कैसों जीवन होय पिया मोय मिलो जूँ आरी है"
( व भईया जब पूस का महीना लगा तो कहना पड़ा *क्या कहना पड़ा")
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